नेताजी सुभाष चन्द्र बोस थे देश के सच्चे सिपाहीः सविता चौधरी

 आजाद हिंद फौज के संस्थापक नेताजी सुभाष चन्द्र बोस का 123 वां जन्मदिन कांग्रेसी नेत्रियों ने नेता जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर मनाया। इस मौके पर पलवल जिले की महिला अध्यक्षा व प्रदेश प्रवक्ता सविता चौधरी ने कहा की नेता जी ने देश की आजादी की नींव रखने में अहम योगदान दिया था। उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि हम जिस 71वें गणतंत्र का उत्सव मना रहे हैं. उसे अलंकृत करने, आकार देने और मजबूत करने में हमारे पूर्वजों ने अपनी शहादत दी। तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दंगा अपने इस वायदे के तहत देश को आजादी दिलाने वाले महानायक सुभाष चंद्र बोस उनमें से एक रहे हैं। आजादी के सिपाही का जीवन वैसे तो वीरता के किस्सों के साथ याद किया जाता है लेकिन संघर्ष के साथ जीवन रहस्यों के लिए तो नेताजी सुभाषचंद्र बोस का ही नाम आता है। उन्होंने बताया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने आजाद हिंद फौज की स्थापना की थी ये सबको मालूम है लेकिन बहत कम लोगों का पता है कि इससे काफी पहले उन्होंने यूनीफॉर्म वॉलेंटियर कोर नाम से एक और फोर्स का गठन किया था। नेताजी शरूसे ही सैन्य अनुशासन में यकीन करते थे। इसी उद्देश्य से उन्होंने 1928 में कांग्रेस में यूनीफॉर्म वॉलेंटियर कोर का गठन किया था। नेताजी यूनीफॉर्म वॉलंटियरकोर केजनरल ऑफिसर कमांडिंग थे। नेताजी वॉलेंटियर कोर के सदस्यों के साथ सुबह कोलकाता मैदान में लांग मार्च, डिल, घ?सवारी, बंदूकबाजी, कसरत इत्यादि करते थे। यह बिल्कल सैन्य प्रशिक्षण जैसा था। कांग्रेस पार्टी की नेत्री सविता चौधरी ने नेता जी के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला। उधर शहीदाने सभा द्वारा भी नेता जी को याद किया गया ।सभा के प्रधान सरफुद्दीन मेवाती व विष्णु तंवर ने उनके जीवन पर प्रकाश डाला।